0 Bookmarks 292 Reads0 Likes
तेल जरै बाती जरै, दीपक जरै न कोइ।
दीपक जरताँ सब कहै, भारी अजरज होइ॥
भारी अचरज होइ, जरै लकरी अरु घासा।
अग्नि जरत सब कहैं, होइ यह बडा तमासा॥
No posts
No posts
No posts
No posts
तेल जरै बाती जरै, दीपक जरै न कोइ।
दीपक जरताँ सब कहै, भारी अजरज होइ॥
भारी अचरज होइ, जरै लकरी अरु घासा।
अग्नि जरत सब कहैं, होइ यह बडा तमासा॥
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments