फागुन लाग्यौ सखि जब तें's image
1 min read

फागुन लाग्यौ सखि जब तें

RaskhanRaskhan
0 Bookmarks 299 Reads0 Likes

फागुन लाग्यौ सखि जब तें, तब तें ब्रजमंडल धूम मच्यौ है ।

नारि नवेली बचै नहीं एक, विसेष इहैं सबै प्रेम अँच्यौ है ॥

साँझ-सकारे कही रसखान सुरंग गुलाल लै खेल रच्यौ है ।

को सजनी निलजी न भई, अरु कौन भटू जिहिं मान बच्यौ है ॥

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts