राखी बांधत जसोदा's image
1 min read

राखी बांधत जसोदा

ParamanandadasParamanandadas
0 Bookmarks 93 Reads0 Likes

राखी बांधत जसोदा मैया ।
बहु सिंगार सजे आभूषण गिरिधर भैया॥१॥
रतन खचित राखी बांधि कर, पुन पुन लेत बलैया।
सकल भोग आगे धर राखे, जनक जु लेहु कन्हैया ॥२॥
यह छबि देख मग्न नंद रानी, निरख निरख सचु पैया।
जियो जसोदा पूत तिहारो परमानंद बल जैया ॥३॥

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts