किसी बुत की अदा ने मार डाला's image
1 min read

किसी बुत की अदा ने मार डाला

Muztar KhairabadiMuztar Khairabadi
0 Bookmarks 80 Reads0 Likes

किसी बुत की अदा ने मार डाला

बहाने से ख़ुदा ने मार डाला

जफ़ा की जान को सब रो रहे हैं

मुझे उन की वफ़ा ने मार डाला

जुदाई में न आना था न आई

मुझे ज़ालिम क़ज़ा ने मार डाला

मुसीबत और लम्बी ज़िंदगानी

बुज़ुर्गों की दुआ ने मार डाला

उन्हीं आँखों से जीना चाहता हूँ

जिन आँखों की हया ने मार डाला

हमारा इम्तिहाँ और कू-ए-दुश्मन

किसी ने बे-ठिकाने मार डाला

पड़ा हूँ इस तरह उस दर पे 'मुज़्तर'

कोई देखे तो जाने मार डाला

 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts