!!मिलने की चाहत !!'s image
Poetry1 min read

!!मिलने की चाहत !!

YUGANSHU RAVIYUGANSHU RAVI April 2, 2022
Share0 Bookmarks 49201 Reads1 Likes
मिलने की है गुजाररिश ,
क्या पता कब किस मोड़ पर ।।
हो जाये मुलाकात! कि हमने सोचा बहुत कुछ !!
पर जा रहा हूँ छोर कर ,मिलने के इस सपने को
नहीं मिले दोबारा ऐसा हो ना !!
मिलन की उस सड़क पर इंत

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts