तन्हाई's image
Share0 Bookmarks 48745 Reads0 Likes

एक तन्हाई है जिससे रिश्तेदारी है,

जिंदगी जी ही नहीं, बस गुज़ारी है।


न जाने क्या नशा है उसकी बातों में,

जाम उठाया नहीं मगर खुमारी है।


मर रहा हूं अंदर से उसकी चाहत में,

तबीब कहते है को

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts