Share0 Bookmarks 49197 Reads0 Likes
ना कर गुमान इतना
कि सह ना सके कर्मा का सजा जितना
यूं तो तू भी इंसान है
पर क्या खुद को समझ रहा तू भगवान जितना
कम से कम कर काम इतना
कि लगे मौत के वक्त कि चुका दिया तूने कर्ज अपना
यूं ही ना होता जन्म इंसान में ,
क्या ये भी अब तुझे बताना है ?
भूल सारी बातें और कर खुद पर एहसान इतना
कि
कि सह ना सके कर्मा का सजा जितना
यूं तो तू भी इंसान है
पर क्या खुद को समझ रहा तू भगवान जितना
कम से कम कर काम इतना
कि लगे मौत के वक्त कि चुका दिया तूने कर्ज अपना
यूं ही ना होता जन्म इंसान में ,
क्या ये भी अब तुझे बताना है ?
भूल सारी बातें और कर खुद पर एहसान इतना
कि
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments