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कभी फुर्सत मिले आना
चुपके से बिन शोर के
मेरे लिए बस मेरे लिए
समझने जज्बात मेरे आना ।
दिल मे दबी जो बात है
कहने पे न समझे जो
कभी मेरे बिन कहे मुझसे
सुनने कभी तुम आना ।
बिन नींदों के गयी रातों का
तुम आके आंखों से मेरे
जब आना कभी आना
हिसाब ज़रा करके जाना ।
सुनना मुझसे तुम मेरी
कहना थोड़ा कम भले
आना तुम जब भी आना
दिल की बस सुन जाना ।
चुपके से बिन शोर के
मेरे लिए बस मेरे लिए
समझने जज्बात मेरे आना ।
दिल मे दबी जो बात है
कहने पे न समझे जो
कभी मेरे बिन कहे मुझसे
सुनने कभी तुम आना ।
बिन नींदों के गयी रातों का
तुम आके आंखों से मेरे
जब आना कभी आना
हिसाब ज़रा करके जाना ।
सुनना मुझसे तुम मेरी
कहना थोड़ा कम भले
आना तुम जब भी आना
दिल की बस सुन जाना ।
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