Share0 Bookmarks 49609 Reads1 Likes
तुम यहीं हो मेरे पास,
लिए अपनी हाथों में मेरा हाथ, मुझे देखती हो,
तुमने अभी कहा है, तुम्हारा हाथ कितना ठंडा पड़ा है,
अभी एहसास मुझे तुम्हारी नर्म और गर्म हाथों का हुआ है।
तुम्हारा स्पर्श महसूस करने के लिए तुम्हारा यहाँ होना भी ज़रूरी नहीं है,
तो
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments