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धरती एक अम्बर एक
सबकी सांसों में एक हवा
सबके अश्कों में एक नीर
हर धड़कन की एक रवां
जब हृदय तुम्हारा घायल हो
पलकें मेरी भी नम हों
हर शाम देखना दूर क्षितिज
अम्बर कब धरती से जुदा हुआ
#अम्बर #कब #धरती #से #जुदा #हुआ
© वरुण चौधरी अंतरिक्ष
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