
Share0 Bookmarks 20 Reads0 Likes
कहते हैं कि लोकतंत्र है,
जनता के द्वारा शासन हैै,
पर जनता तो शोषित होती!
इसके पीछे क्या कारण हैै?
चुनाव नजदीक आ जातेे हैं,
वे घोषणा पत्र बंटवाते हैं,
मैं ये करुंगा, मैं वो दूंगा,
वे यही तो सिर्फ सुनाते हैं।
रैलियों में भीड़़ जुटाते हैं,
पैसे भी खूब लुटाते हैं,
जनसभाएं भी करवाते हैं,
जनता के मन को लुभाते हैं!
वोट डालकर जनता अपने घर को जाती है!
अब विकास होगा,यही सोचकर चैन पाती है!!
इसी क्रम में पांच साल बीत जातेे हैं।
सबके सामनेेेेेेे फिर से नए चुनाव आते हैं ।।
___ उत्सव कमार
जनता के द्वारा शासन हैै,
पर जनता तो शोषित होती!
इसके पीछे क्या कारण हैै?
चुनाव नजदीक आ जातेे हैं,
वे घोषणा पत्र बंटवाते हैं,
मैं ये करुंगा, मैं वो दूंगा,
वे यही तो सिर्फ सुनाते हैं।
रैलियों में भीड़़ जुटाते हैं,
पैसे भी खूब लुटाते हैं,
जनसभाएं भी करवाते हैं,
जनता के मन को लुभाते हैं!
वोट डालकर जनता अपने घर को जाती है!
अब विकास होगा,यही सोचकर चैन पाती है!!
इसी क्रम में पांच साल बीत जातेे हैं।
सबके सामनेेेेेेे फिर से नए चुनाव आते हैं ।।
___ उत्सव कमार
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments