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मैं दिन का उजाला हूँ
तु रात की रानी है
मैं तेरा फ़साना हूँ
तू मेरी कहानी है
तेरे बिना मेरी बस्ती
कुछ करके नहीं बसती
मैं फ़ुल कमल का हूँ
तू ताल का पानी है
मैं तेरा फ़साना हूँ
तू मेरी कहानी है
तुझे ढूँढ हीं लेते है
ये मेरे बहेकते क़दम
मैं अटल शराबी हूँ
तु मय अफ़ग़ानी है
मैं तेरा फ़साना हूँ
तू मेरी कहानी है
मैं जाऊँ कहीं पर भी
है आस पास ही तू
मैं ईतर
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