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कवि होने की शर्त हैं, हर कविता का सम्मान,
स्वरचित हों या किसी अन्य की, पर हों उस पर मान,
विचार, भावनाएं, शब्द कितने पहलू कविता के,
जैसे पृष्ठ पर अवतरित हृदय, हर रचयिता के,
श्रोता के मन को कवितायें यूं ही नहीं भाती,
कवि का दिल हों जब समर्पित, कलम खुद ब ख़ुद चल जाती,
कितने रंग की कविता, कितने रंग में लिख देता,
इस अंदाज़ से शब्दों को , कोई और नहीं कहता,
कविताओं की तुलना करना फिजूल हैं,
हर रंग पर, हर रंग का वार जैसे त्
स्वरचित हों या किसी अन्य की, पर हों उस पर मान,
विचार, भावनाएं, शब्द कितने पहलू कविता के,
जैसे पृष्ठ पर अवतरित हृदय, हर रचयिता के,
श्रोता के मन को कवितायें यूं ही नहीं भाती,
कवि का दिल हों जब समर्पित, कलम खुद ब ख़ुद चल जाती,
कितने रंग की कविता, कितने रंग में लिख देता,
इस अंदाज़ से शब्दों को , कोई और नहीं कहता,
कविताओं की तुलना करना फिजूल हैं,
हर रंग पर, हर रंग का वार जैसे त्
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