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मैं हर दिन थोड मरता हूँ,
मैं हर पल आहे भरता हूँ,
अंको की दौड़ में गिर पड़, मुश्किलों से मैं बचता हूँ,
दुनिया के बोझ जेसी पढ़ाई अपने नन्हे कंधो पर तान कर में चलता हूँ,
इरादे मेरे है बुलंद, मैं रुकना नहीं चाहता था, मैं थामना नहीं चाहता हूँ
मैं रुकना नहीं चाहता था, मैं थामना नहीं चाहता हूँ
- By Tannay Kumar
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