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बड़े दिनों बाद एक उम्मीद जगी है
तुमसे मिलके एक आस जगी है
अंधेरे में हो जैसे रोशनी की किरण
या किसी भूले को मिल जाए मंज़िल
तुमसे मिल के आंखों में आज वैसी ही नमी है
ख्वाहिशें फिर से जी उठी है
ख्वाबों को भी मिली एक नई जिंदगी है
लबों के कोनो पे हंसी फिर सजने लगी है
तुमसे मिलके एक आस जगी है
अंधेरे में हो जैसे रोशनी की किरण
या किसी भूले को मिल जाए मंज़िल
तुमसे मिल के आंखों में आज वैसी ही नमी है
ख्वाहिशें फिर से जी उठी है
ख्वाबों को भी मिली एक नई जिंदगी है
लबों के कोनो पे हंसी फिर सजने लगी है
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