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खैर! है कि सब खैरियत है उनके शहर में
आशियानें तो उजड़े है हमारे शहर के
बस अजीब ये है कि बारिशें भी उनकी थी
और तुफान भी उनके थे
और तबाही सिर्फ हमारी हुई।
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