बलि की वेदी पर's image
Share0 Bookmarks 179 Reads2 Likes

     बलि की वेदी पर


मुस्कुराते हुये दिनकर जी बोले

अरी भागवान मुँह मीठा कराओ

सुनकर जिसे तुम चौंक उठोगी

आज ऐसी मैं बात सुनाऊँ

अपनी रूपवंती को देखने आज

एक सज्जन हैं रहे

इंजीनियर बेटे को अपने

साथ ही हैं वो ला रहें

साफ़ सफ़ाई कर तुम आज

घर का नक़्शा बदल दो

बाज़ार से मिठाई मँगवा लो

साथ दो-चार पकवान तल दो

कुलीन ख़ानदानी वह लड़का है

ठाट बाट सब तगड़ा है

लड़के ऐसे मुस्किल से मिलते

दिखे भाग्य बेटी के खिलते

घर पधार समधी जी बोले

साठ हज़ार तनख़्वाह बेटे की

साथ ऊपरी कमीशन है

बेटी आपकी पसंद हमें पर

साथ दो-चार कंडीशन हैं

कार टीवी एसी और

ज़रूरी सामान साथ दे दो

फ़र्निचर डाइनिंग सेट

बाज़ार से लगे हाथ ले लो

ध्यान रहे गहने वजनदार हो

और नगदी सीमा पार हो

बस एक डबल रूम चाहिए

उम्दा क्वालिटी का पतलून चाहिए

बस छोटी यही दो चार शर्तें

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts