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मोहे बिटिया न कीजो

Sristi MishraSristi Mishra November 16, 2022
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हे मालिक ! मेरी सुन लीजो,

अगले जनम मोहे बिटिया ना कीजो।



पत्ता , कीड़ा बनाय के ,

भले जमीन पर फेंक दीजो,

बस मालिक ! मोहे बिटिया न कीजो।



इज्जत नाही बिटिया की,

तोरी सागर सी दुनिया मां



अरे ! आसमान में जायके बड़ी हूं

देख दुनिया की छोटी सोच 

मैं सिसकती भू में पड़ी हूं।



अरे ! तुझे बनाना है तो 

रेगिस्तान का ऊंट बनाय दीजो,

बस अगले जनम; मोहे बिटिया न कीजो।



सभी सिर्फ हमपे अपना हक जतावे,

पूछे ना कोई...

बेटी जीवन मां का करना चाहवे...?
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