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ताऊ तेरी जरूरत आन पड़ी है

suresh kumar guptasuresh kumar gupta March 9, 2023
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दुश्मन खड़ा मैदान में तेरी जरूरत आन पड़ी 
गुस्सा थूक दे अब ताऊ आजा फिर मैदान में

बालक तेरे उड़ते घोड़े आ गये इस मुकाम पर
बिन सहारे न बढ़ सकते खड़े खुले मैदान में

मान ली गलती बिन तेरे सियासी चाल चले
मोरबी हादसे ने दिल दहलाया नींव हिल गई

तू है एक सहारा दिल ने आज तुझको पुकारा
संभाल नैया बन खिवैया मोरबी के तूफान में 

जवानी के जोश में ठीक है तुझको भुला गए
फिर खड़े तेरे द्वारे ताऊ उबार इस जंजाल से

लड़ाई के मैदान में आज जान दांव पर लगी है
ताऊ है तेरा सहारा लड़ाई अब आरपार की है

तू गुरु हम चेले कहां तक भागते तुझसे आगे
घोड़े रुक गए है ले संभाल लेले लगाम हाथ मे

मन से तुझे याद करते ताऊ तुझसे अर्ज करते 
कर सौ गुनाह माफ दिखा जा बड़ा दिल आज 

ठीक है भूले नादानी में लौट आये तेरी छांव में
गुस्सा थूक आज संभाल जरूरत आन पड़ी है

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