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जैसे ऊपर उठे दुनिया सिकुड़ती गयी
धरातल से उठे खुशियां सिकुड़ गयी
उसने तो कहा था खेल खतरनाक है
मगर दिल कहां मानने को तैयार था
जब रोलरकोस्टर की सवारी कर बैठे
दिल ने माना ये मजा कुछ खास रहा
शुरू शुरू में उड़ने का अहसास था
आगे का सफर इतना न आसान था
आगे बढते चेहरे के भाव बदल गए
क्षण वह तो अविस्मरणीय ही हुआ
दिल जो बल्लियों उछलता जा रहा
वहां अजीब खौफ का परिवेश रहा
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