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जगाते मनो में आस्था

suresh kumar guptasuresh kumar gupta April 1, 2023
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मर्यादा भुलाकर धर्म प्रस्थापित करने
उमड़ता हुजूम लिए जुलूस निकालते
निकल पडे थे आस्था का चोला ओढ़े
जगाते मनो में आस्था जन्मदिन मनाते

संवेदनशील इलाको में संवेदनहीन हो
उतेजक नारे लगाते हथियार लहराते 
मर्यादा भूल बैठे थे भीड़ को उकसाते 
जगाते मनो में आस्था जन्मदिन मनाते

क्या यदि तरीका वचा धर्म ऐसे बचाते
आस्था के नाम पत्थरबाज़ों को जगाते
पावन राम जन्मदिन पर उत्पात मचाते
जगाते मनो में आस्था जन्मदिन मनाते

लोगो को उकसाते कैसा समाज बनाते
धर्मिक जुलूसों में हथियार लेकर जाते
था शुभ अवसर कैसा उन्माद जगाते
जगाते मनो में आस्था जन्मदिन मनाते

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