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ठहरा हुआ हूं मैं,
एक दौड़ता ख्वाब लेकर,
चल रहा हूं मैं,
कोई खोज की रफ्तार लेकर,
मेरा आने वाला कल शानदार होगा,
इसलिए दिन गुजार रहा हूं मैं कई रात देकर..!!
श्वेता मिश्रा
एक दौड़ता ख्वाब लेकर,
चल रहा हूं मैं,
कोई खोज की रफ्तार लेकर,
मेरा आने वाला कल शानदार होगा,
इसलिए दिन गुजार रहा हूं मैं कई रात देकर..!!
श्वेता मिश्रा
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