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करी तो थी इतनी बातें तुमसे
तुम्हारा हालचाल भी तो पूछा था न,
शुरुआत तो हो चुकी थी न मेरे ख्वाबों में,
हकीकत से रूबरू शायद तुम पहली बार हो रही हो,
मेरे तो ख्वाब, हकीकत सब तुम्ही हो ,
तुम्हारी तसल्ली के लिए,
चलो आज फिर पहली बार चाय पर मिलते हैं ,
तुम जब आना, हमारी नज़रें मिलें तो थोड़ा शरमा कर मुस्कुराना,
और फिर वापस इधर-उधर देख के नज़र उठना,
नज़र से नज़र का रिश्ता कायम हो तो,
दिल एक साथ धड़कने लगे तो,
घबराना नहीं, कहीं दूर तक जाने के लिए साथ निकलना पड़ता है,
लफ़्ज़ों की कमी महसूस हो तो ,
एक लम्बी सांस लेकर, पानी पी लेना,
मेरा हाल मत पूछना,
तुम्हारे सामने तो बेहाल ही हुं,
हिच किचाना कुछ पुछने में,
लेकिन कप कपाते होंठों से पुछ ही लेना,
मैं कुछ पुछूं तो, जवाब इशारे से ही बता देना,
लटों को सम्भाल के कान के पिछे रखना,
नहीं तो बुरा मान जाएंगे,
छोटी बिंदिया तुम पर अच्छी लगती है,
बार बार घड़ी देखकर माथे पर लकीरें मत लाना,
मुझे बीच बीच में टोकते रहना ,
ताकि हकीकत का एहसास होता रहे,
वरना तुम्हारे सामने तुम्हारे ख्यालों में खोया रहुंगा ।
तुम्हारा हालचाल भी तो पूछा था न,
शुरुआत तो हो चुकी थी न मेरे ख्वाबों में,
हकीकत से रूबरू शायद तुम पहली बार हो रही हो,
मेरे तो ख्वाब, हकीकत सब तुम्ही हो ,
तुम्हारी तसल्ली के लिए,
चलो आज फिर पहली बार चाय पर मिलते हैं ,
तुम जब आना, हमारी नज़रें मिलें तो थोड़ा शरमा कर मुस्कुराना,
और फिर वापस इधर-उधर देख के नज़र उठना,
नज़र से नज़र का रिश्ता कायम हो तो,
दिल एक साथ धड़कने लगे तो,
घबराना नहीं, कहीं दूर तक जाने के लिए साथ निकलना पड़ता है,
लफ़्ज़ों की कमी महसूस हो तो ,
एक लम्बी सांस लेकर, पानी पी लेना,
मेरा हाल मत पूछना,
तुम्हारे सामने तो बेहाल ही हुं,
हिच किचाना कुछ पुछने में,
लेकिन कप कपाते होंठों से पुछ ही लेना,
मैं कुछ पुछूं तो, जवाब इशारे से ही बता देना,
लटों को सम्भाल के कान के पिछे रखना,
नहीं तो बुरा मान जाएंगे,
छोटी बिंदिया तुम पर अच्छी लगती है,
बार बार घड़ी देखकर माथे पर लकीरें मत लाना,
मुझे बीच बीच में टोकते रहना ,
ताकि हकीकत का एहसास होता रहे,
वरना तुम्हारे सामने तुम्हारे ख्यालों में खोया रहुंगा ।
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