
Share0 Bookmarks 36 Reads0 Likes
लाख पाबंदियां लगा दो मुझ पर
मैं आखिर मे मंजिल तक पहुंच ही जाऊंगा,
लाख खड़ी कर दे मेरी राह मे मुश्किले
मैं सबको पार कर जाऊंगा,
कांटो से भरी राहो को भी हंसते हंसते पार कर जाऊंगा,
मंजिल तक पहुंचने को मैं सबसे लड़ जाऊंगा ।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments