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यूं झुंझलाता हूं शायद खुद से लड़ जाता हूं
अंतर्द्वंद्व निरंतर चलता रहता है हरदम भीतर
जब खुदको खुद से स्वीकार नहीं पाता हूं !!
जो सीखा था अपने बुजुर्गों इतने वर्षों में
जब लगता उसमें सबकुछ सही नही है
तो भीतर की बगावत को रोक नहीं पाता हूं
यूं झुंझलाता हूं शायद खुद से लड़ जाता हूं!!
हमेशा खुदको दूसरों से अलग दिखाना
प्रतियोगिता में
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