जिन्दा ख्वाब's image
Share0 Bookmarks 48004 Reads0 Likes

पथरा गई है आँखे मेरी आँसू भी अब सुख गए है,

तेरी यादों के कुछ अफ़साने वो भी अब पीछे छुट गए है |

भीड़ का शोर है चारो ओर फिर भी तन्हाई का आलम है,

दिन के उजालों में भी क्यों रात सी उदासी छाई है|

खो गए है सब सपने मेरे,अरमान बने अब बासिन्

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts