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तुम खूबसूरती का पहाड़ा हो
तुम सादगी का ककहरा हो
तुम उदारता की परिभाषा हो
तुम निःस्वार्थ प्रेम की भाषा हो
तुम धरती पर ध्रुव तारा हो
तुम जीवन का उजियारा हो
तुम सबसे रंगीन नज़ारा हो
जो कभी ना किसी से हारा हो
तुम वो सिकंदर हमारा हो।
__सौरभ ✍️✍️
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