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मै तुम्हारे लिखे ख़तों को जाला तो दू लेकिन्
तेरी यादों को जलाये वो आग कहाँ से लाउन्गा
अब तू आ भी जाए अगर लौटकर मुझसे मिलने
मै अपनी साँसों को वापस कहाँ से लाउन्गा
मै आज अपनी ये आखरी ख़्वाहिश लिख जाउन्गा
जनाजे को मै अपने तेरी गलियो से ले जाउन्गा
तू खिडकी से ही मंजर देख लेना मेरी मौत का
बार बार तेरी गली में मै घुमने
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