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कागज़ और कविता

Sanjay Singh संजूSanjay Singh संजू June 16, 2020
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तुम मेरे हृदय के,

कोरे कागज़ पे लिखी,

वो कविता हो,

जिसका हर अक्षर,

हमारे प्रेम के,

सफर का सार है।


इसका एक भी,

शब्द मिटाने से,

बदल जायेगा....

कविता का अर्थ।


कोई एक भी,

शब्द मिटाने से,

हो जायेगा....

वो कागज व्यर्थ।


◆संजू◆

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