बंद हैं पाठशालाएँ बच्चों की,
हालात की बदौलत।
खुली है पाठशालाएँ बड़ों की,
वक्त वक्त की बात है!
ज़िंदगी सिखाती है सभी को,
सही वक्त पर।
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