मेरे इश्क़ को कुछ इस क़दर है तूने जिया's image
Love Poetry1 min read

मेरे इश्क़ को कुछ इस क़दर है तूने जिया

sandysoilsandysoil July 28, 2020
Share0 Bookmarks 256844 Reads1 Likes

मेरे इश्क़ को कुछ इस क़दर है तूने जिया,

मानो इश्क़ आफ़ताब ने समंदर से किया।

दिन चढ़े, आफ़त

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts