
Share0 Bookmarks 103 Reads4 Likes
इन हवाओं में आज कुछ नशा सा था
लगा आज ही वो दिन है
जिसका बेसब्री से, मुझे इंतजार सा था।
मुस्कुराहट सी थी आज इस चेहरे में
लगा होने वाला है आज जो कभी हुआ न था।
मन शांत था, न किसी बात का दुख था।
लगा आज हो जायेगी इस दिल की बात पूरी
जिसका बेसब्री से, मुझे इंतजार सा था,
क्युकी इन हवाओं में आज कुछ नशा सा था।
~साक्षी सजवान
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments