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Kavishala DailyPoetry1 min read

टूटे ख्वाब की ताबीर

Sahdeo SinghSahdeo Singh May 22, 2023
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टूटे ख्वाबों की ताबीर हूं

मैं जो भी हूं वक्त की हकीकत की तस्वीर हूं

मुझे शिकायत नहीं वक्त से कोई

मैं अपने ही गुस्ताखियों की तस्वीर हूं ।

मेरे ख्वाबों की दुनिया मुझसे ही तबाह हुई

मुझे फक्र है मेरी बर्बादी का

मैने बर्बाद किया खुद को अपनों के लिए

आज जिंदा हूं बस उनकी दुआओं से ।।


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