सियासी नगमे's image
Share0 Bookmarks 61 Reads0 Likes

ये सियासी नगमे रास नहीं आते हैं

सिर्फ हमें भरमाते हैं,

हम जनता हैं हमारी कौन सुनता है

सब अपने रसूख की बात करते हैं,

जनता के नुमाइंदे हैं पर बिंदास परिंदे हैं

कभी इस डाल पर कभी उस डाल पर

मौज मस्ती इनके धंधे हैं ।

जब जब इनकी नजरें कहीं और पड़ती है

सत्ता की चाहत उमड़ती है,

उड़कर उस डाल के बन जाते वसिंदें हैं ।

ये जनता के नुमाइंदे हैं पर बिंदास परिंदे हैं ।।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts