रात की खामोशी's image
Share0 Bookmarks 63 Reads0 Likes

रात की खामोशी में तकिए में मुंह छुपा कर

तूं सोता है,

सपनों की सुनहरी दुनिया में

खो गया खुद को भूला दिया अपने

अवसाद के उस पल को,

जिसमें हर पल रोता है,

तकिए में मुंह छुपा कर सोता है ।

नींद खुलते ही पथरीले धरा से

टकराएगा,

तेरे सपनों का महल ढह जाएगा

हकीकत के नुकीले कांटों का दंश

देख क्यों रोता है,

तकिए मे मुंह छुपा कर सोता है ।।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts