Share0 Bookmarks 48954 Reads0 Likes
मोहब्बत के नाम पर कविता और शायरी
कवि और शायर करते हैं अक्सर
नफरत और तिजारत भरी हर गली में
इस पर नहीं कुछ कहते क्यों अक्सर,
तालियां जहां मिलती है इनको
वही नज्म इनकी पहचान है,
No posts
No posts
No posts
No posts
मोहब्बत के नाम पर कविता और शायरी
कवि और शायर करते हैं अक्सर
नफरत और तिजारत भरी हर गली में
इस पर नहीं कुछ कहते क्यों अक्सर,
तालियां जहां मिलती है इनको
वही नज्म इनकी पहचान है,
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments