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क्या कहूं कुछ कह नहीं पाता क्या लिखूं
कुछ लिख नहीं पाता,
चारों तरफ एक मौन आक्रोश का अलाव
जल रहा है,
जो सामाजिक बिखराव का संकेत दे रहा है, No posts
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क्या कहूं कुछ कह नहीं पाता क्या लिखूं
कुछ लिख नहीं पाता,
चारों तरफ एक मौन आक्रोश का अलाव
जल रहा है,
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