किस्मत से लड़ना's image
Kavishala DailyPoetry1 min read

किस्मत से लड़ना

Sahdeo SinghSahdeo Singh April 1, 2023
Share0 Bookmarks 32 Reads0 Likes

किस्मत से अब लड़ना है

हार नहीं अब सहना है

मजबूरी को उछाल हवा में

आगे बढ़ते रहना है,

किस्मत से अब लड़ना है ।

कुदरत ने जो चोट किया

मेरे तन में जो खोट दिया

स्वीकार किया इस नेमत को

दर्द नहीं अब सहना है

किस्मत से अब लड़ना है ।

अपने मन को एक शिला बना

गिला शिकवा का नहीं सिलसिला

अपने मेहनत जुनून से डटकर

किस्मत से लड़कर झगड़कर

कर्तव्य पथ पर बढ़ना है

किस्मत से अब लड़ना है ।।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts