Share0 Bookmarks 48828 Reads0 Likes
जिनको गुमान था अपने हुनर पर
वो तैरते तैरते डूब गए,
जिन्हें विश्वास था अपने आराध्य पर
वो तैरते तैरते तर गए,
हैसियत कुछ भी नहीं तुम्हारी फिर
No posts
No posts
No posts
No posts
जिनको गुमान था अपने हुनर पर
वो तैरते तैरते डूब गए,
जिन्हें विश्वास था अपने आराध्य पर
वो तैरते तैरते तर गए,
हैसियत कुछ भी नहीं तुम्हारी फिर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments