कभी अंबर शोक मनाता है's image
Kavishala DailyPoetry1 min read

कभी अंबर शोक मनाता है

Sahdeo SinghSahdeo Singh September 5, 2022
Share0 Bookmarks 48543 Reads0 Likes

कभी अंबर शोक मनाता है

अनगिनत तारों को आंचल में समेटे

हर सुख दुख से लिपटे सिमटे

कभी नहीं घबराता है

कभी अंबर शोक मनाता है ।

जब तारे टूट कर गिरते हैं

सदा के लिए बिछड

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts