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जिंदगी हंसी है इन खिले फूलों की तरह
कभी कभी कांटों की चुभन भी एहसास होती है,
यही हकीकत है जीवन सफर का भाई
कभी रंग बिरंगे फूलों का गुलदस्ता बन
मुस्कराती है,
तो कभी कांटों की ताज होती है,
वक्त घड़ी के टिक टिक के साथ हर पल
बदलता है,
कभी चांदनी की मीठी ठंडक है
तो कभी तपते रेगिस्तान की तपिश
का एहसास होता है ।।
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