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दोष किसीका नहीं दोष मेरा है
हमारे कर्मों का ही मकाम मेरा है,
किसी के चाहने से अच्छा बुरा होता नहीं
अपने कर्मों का ही बसेरा है ।
खुद के हालात से खुद लड़ना होगा
जिंदगी के हर पड़ाव का जंग अपना होगा
सबने अपने अपने जिंदगी का कुरुक्षेत्र चुना
जीत हार का परिणाम भी अपना होगा ।
कोई इंसान अपने उम्र से बड़ा बाहुबली होता नहीं
उसका भी अंजाम सबके समान ही
फिर क्यों अहंकार का प्रतीक खुद को बना लेता है
जब उसका भी अंत होना ही है ।।
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