
Share0 Bookmarks 43 Reads0 Likes
मेरे दिल के तहखाने में छुपी
सपनों की यादें हैं,
जिन्हे याद करते हैं ये मेरी मुरादें हैं,
माना की मैने जिंदगी के हंसी पल खोए
मेरी परवरिश ही मेरे जीवन की
बुनियादें हैं,
जिन्हें भूल कर मैं शायद जी नहीं पाता
जिन कंधों पर बैठ जीवन को समझा
उन कंधों से जुड़ी रिश्तों की यादें हैं ।
जब चलना बोलना भी नहीं मुमकिन
जिन हाथों को थाम चलना सिखाया
उन झुके कंधों कांपते हाथो को सहारा
बनना जीवन के वादें हैं ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments