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चार रास्ता के मुहाने पर जहां
अलग अलग रास्तों से आकर मिलते थे
हमारे इंसानियत और भाई चारा के
मिसाल बनते थे,
अब वो रास्ता अलग अलग दिशाओं
का हमसफर बन,
इंसानियत के रूह का कातिल बन
गुमान करता है,
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई के मोहब्बत के
चार रास्ता पर अदावत करता है,
बदल गया है चार रास्ते के मिलन का
सिलसिला
अब तो एक दूजे के लिए मात्र अजनबी
का काफिला ।।
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