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आहिस्ता-आहिस्ता ना दिल दुखाओ की एक ही बार रफ़ा-दफ़ा करो,
दिल तोड़ दो एक ही झटके में भले ही तुम जफ़ा करो।
इल्तिज़ा है तुमसे भले ही मेरी साँसे जाए थम गम नहीं,
आहिस्ता-आहिस्ता नहीं मरना मुझे की एक ही बार में रफ़ा-दफ़ा करो ॥
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