Share0 Bookmarks 48205 Reads0 Likes
रिक्तता ही जीवन का सार है
रिक्तता ही जीवन का आधार है
रिक्तता से निर्माण है
रिक्तता से निर्वाण है
हम जीवन पर्यंत इसी रिक्तता को
भर लेने की अभिलाषा लिए
अक्सर बांध लिया करते है
अपने आप को अनंत
अभिलाषाओं के अंतरजाल में..
और उन अभिलाषाओं को पूर्ण
कर पाने की असीम
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments