Share0 Bookmarks 48965 Reads0 Likes
शर्तें ज़िंदगी की निभाते चले गए
उदासियों को कर किनारे
मुस्कुराहटें अपनाते चले गए
मिली जो न मंजिलें
रास्तों से इश्क़ फरमाते चले गए
आसानियों को कर परे
दुश्वारियों स
No posts
No posts
No posts
No posts
शर्तें ज़िंदगी की निभाते चले गए
उदासियों को कर किनारे
मुस्कुराहटें अपनाते चले गए
मिली जो न मंजिलें
रास्तों से इश्क़ फरमाते चले गए
आसानियों को कर परे
दुश्वारियों स
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments