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बाल-मज़दूर

AbhishekAbhishek May 1, 2022
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माँ-बाप इनके मजबूर

शिक्षा से ये कोसों-दूर

किताबों से, 

नहीं कोई नाता I

बस, रोटी कमाने का

हुनर है आता I

क्या ग़रीबी का है यही दस्तूर ? 

या व्यवस्थाओं का है सारा क़ुसूर I

कई बच्चे, देश का भविष्य नहीं ! 

बनते हैं सिर्फ़ "बाल मज़दूर" !


        - अभिषेक

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