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तृप्त हूं मैं तेरे प्रेम से,
मेरी किस्मत जुड़ी है तेरे नाम से,
उम्र भर तेरे साथ चलना है,
मैं नदी, तू समुद्र, मुझे तुझमें ही बहना है,
तू फूल है, मैं खुशबू हूं,
तू सूर्य है, मैं रश्मि हूं,
क्यों मैं मिथ्या अहंकार करूं।
मेरा दर्द तू, दर्द का एहसास भी तू,
मेरी धड़कनें है तुझसे, धड़कनों में शुमार भी तू,
तू
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