एक दर्द जो दिल में सदियों से
वही अब मरहम सी लगती है,
ये दुनिया तो बेमानी है
सिर्फ दर्द और जख्म देती है,
ओह ये मेरा पत्थर सा दिल
इसपे अब कोई लकीर भी ना उभ
No posts
Comments